डेस्क। डीवीएनए
कार्तिक पुर्णिमा पर आज दोपहर को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने वाला है. ग्रहण की अवधि 4 घंटे 21 मिनट रहेगी। हिंदू धर्म के रीति-रिवाजों के मुताबिक ग्रहण काल में कुछ चीजों को करने की सख्त मनाही होती है। वैसे तो ये एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण है जिसका बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं होता है, लेकिन फिर भी कुछ सावधानियां बरत लेनी चाहिए।

- ग्रहण को नग्न आंखों से देखने का भी परहेज करना चाहिए. ग्रहण के समय भोजन करने और बनाने दोनों से बचना चाहिए। ग्रहण के बाद स्नान करने से उसका प्रभाव कम हो जाता है।
- चंद्र ग्रहण के बाद बासी खाना या रात का बचा हुआ भोजन नहीं करना चाहिए. ऐसा भोजन पशुओं को डाल दें। यदि घर में दूध से बनी चीजें रखी हैं तो उन्हें फेंकने की बजाए उनमें तुलसी के पत्ते डाल दें।
- ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को ग्रहण की छाया आदि से विशेष रूप से बचना चाहिए। क्योंकि ग्रहण की छाया का कुप्रभाव गर्भस्थ शिशु पर पड़ने का डर रहता है. इसके अलावा बुजुर्ग और पीड़ित व्यक्ति को भी बाहर जाने से परहे करना चाहिए।
- ग्रहण के समय कभी बाल और नाखून न कटवाएं, इस समय कोई सिलाई-कढ़ाई का काम न करें. ये अशुभ माना जाता है. इस दौरान नुकीली चीजों जैसे की छुरी, कांटा या सूई का इस्तेमाल ना करें.
- ग्रहण के दौरान किसी नए व शुभ कार्य की शुरुआत करने से बचें. असफलता हाथ लग सकती है. साथ ही ग्रहण के समय कभी भी पति-पत्नी को शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए.
More Stories
वर्ष 2025 तक सड़क हादसों में मौतों को 50 प्रतिशत तक करेंगे कम: नितिन गडकरी
पत्रकार भूदेव भगलिया की सियासी पारी शुरू, पंचायत चुनाव में कराया नामांकन
ओरल एवं मैक्सिलोफेशियल सर्जरी क्या है, जानिए टॉपर डॉ. आंचल मेहरा से