सिसवा बाजार-महाराजगंज(डीवीएनए)। सिसवा नगर पालिका परिषद के जायसवाल नगर स्थित सरकारी शौचालय को तोड़ने वाले आज दस माह गुजर जाने के बाद भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं, जिससे लोगों में आक्रोश है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सबसे बड़ी योजना शौचालय योजना जहां करोड़ों रुपया खर्च कर हर घर को शौचालय मुहैया कराया जा रहा है, वही इस योजना को दरकिनार कर आज से 10 माह पूर्व जायसवाल नगर स्थित सार्वजनिक सुलभ शौचालय को एक साजिश के तहत तोड़कर खत्म करने का प्रयास किया गया।
यह घटना 2 फरवरी 2020 की रात की है, शौचालय तोड़े जाने की जानकारी मिलते ही 3 फरवरी की सुबह नगर के जनप्रतिनिधियों ने विरोध करते हुए सुलभ शौचालय के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया, की इस मामले में जब तक मुकदमा दर्ज नहीं होगा और कार्यवाही नहीं होगी तब तक हम धरने से नहीं उठेंगे, इसके बाद तत्कालीन अधिशासी अधिकारी आशुतोष सिंह ने अज्ञात के विरुद्ध सुलभ शौचालय के सफाई कर्मी आवास को तोड़ने की एक लिखित शिकायत कोठीभार पुलिस को दी, पुलिस ने इस मामले में अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी लेकिन सवाल ये कि दस माह गुजर जाने के बाद भी मामला वही का वही ठंडे बस्ते में है, अब तक सरकारी शौचालय को तोड़ने वाले पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
आरोप था कि एक व्यक्ति विशेष को लाभ पहुचाने के लिये रात होते ही एक साजिश के तहत जेसीबी मशीन से शौचालय को तोड़ा जा रहा था, अभी मात्र सफाई कर्मी आवासी टूटा तब तक वह हल्ला शुरू हो गया, ऐसे में जेसीबी मशीन चालक लेकर भाग गया।
सरकारी शौचालय तोड़ने वाले 10 माह गुजर जाने के बाद भी सरकारी शौचालय को तोड़ने वालों के विरुद्ध पुलिस द्वारा अब तक कार्रवाई न करने से यहां के लोगों में रोष व्याप्त है, कि आखिर क्या कारण है कि 10 माह बाद भी सरकारी शौचालय को तोड़ने वाले पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
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